छत्तीसगढ़ के एक पूर्व मंत्री की बहू और पोती रायपुर में अपने घर पर मृत पाई गई। उनके एक रिश्तेदार सहित दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
खम्हारडीह थाने की प्रभारी (एसएचओ) ममता शर्मा अली ने मीडिया को बताया कि नेहा धृतलहरे (30) और उनकी बेटी अनन्या (9) के शव शनिवार रात को शंकर नगर इलाके में स्थित उनके घर के एक कमरे के बिस्तर के बक्से में पाए गए।
नेहा, तरुण धृतलहरे की पत्नी थीं। तरुण दिवंगत डीपी धृतलहरे के बेटे हैं, जो अजीत जोगी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार (2000-2003) में मंत्री थे। अली ने बताया कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार, तरुण शनिवार को रायपुर से बाहर थे और जब नेहा के भाई अपनी बहन और भांजी को लेने के लिए यहां पहुंचे, तो उन्होंने घर को बंद पाया।
एसएचओ ने बताया, जब नेहा ने उनके फोन कॉल का जवाब नहीं दिया, तो उन्होंने अपनी दूसरी बहन से संपर्क किया जो पास में रहती है। दोनों ने घर का दरवाजा तोड़ा। उन्होंने तरुण के बहनोई और एक अन्य व्यक्ति को घर के अंदर देखा। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया और बाद में महिला और लड़की के शव बेड बॉक्स के अंदर पाए गए।
अधिकारी ने बताया, घर के अंदर मौजूद दोनों व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया गया और उनके साथी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है, जिन्होंने उनके मुताबिक, दोनों की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए।
उन्होंने कहा कि अपराध के पीछे के कारण का पता तुरंत नहीं चल सका है और आगे की जांच चल रही है। इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस की निंदा करते हुए कहा कि इस सरकार में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।
ट्विटर पर घटना के बारे में आई एक खबर साझा करते हुए, सिंह ने लिखा, ‘छत्तीसगढ़ में जंगल राज पॉर्ट-2 शुरू हो गया है। अब यहां कांग्रेस की सरकार है, चोरी, डकैती, हत्या, अपहरण, लूट करने वाले अपराधियों को खुली छूट है। सत्ता संरक्षित अपराधियों के आगे पुलिस बेबस है और जनता लाचार। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल गहरी नींद में हैं।’