यूँ ही : स्वर्गीय नीरज जी, स्वर्गीय शेरजंग गर्ग जी और मैं सुधेन्दु ओझा पार्ट-1

आइये आज आपको गीत शिरोमणि आदरणीय स्वर्गीय गोपाल दास नीरज जी से मिलवाता हूँ…..ध्यान से सुनिए वे बता रहे हैं कि कविता क्या होती है…..कार्यक्रम का संचालन मेरे द्वारा किया गया है।इसका दूसरा भाग भी अवश्य ही देखें….सादर,सुधेन्दु ओझा

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