विश्वभाषा हिन्दी : लेखक सुधेन्दु ओझा

राजभाषा से विस्तृत और व्यापक हो विश्वभाषा बनती हिन्दी के कई पक्षों को यह पुस्तक समेटती है। प्रत्येक कार्यालय तथा उसके कर्मचारियों के लिए यह बहु उपयोगी पुस्तक है।

तमाम हिन्दी अधिकारियों, अनुवादकों तथा हिन्दी सहायकों के लिए यह पुस्तक अनिवार्य है।

पुस्तक के अंतर्गत निम्न अध्याय हैं :

विश्वभाषा : हिन्दी

कामकाजी स्वरूप

वर्तनी तथा उच्चारण

पारिभाषिक शब्दावली

हिन्दी वाक्य रचना और व्याकरण

कार्यालीय पत्र व्यवहार

हिन्दी में टिप्पण

राजभाषा संबंधी विभिन्न समितियाँ

कार्यशाला में अभ्यास

सजिल्द मूल्य 250 रूपए (पुस्तक केलिए संपर्क करें 8595036445)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »