जातिगत समस्या से जूझते हिन्दू समाज पर नई दृष्टि डालती इस पुस्तक में क्रांतिकारी विचारों का समावेश किया गया है। यह एक वैचारिक पुस्तक है जिसमें निम्न अध्याय शामिल हैं :
सनातन समाज का अर्थ
चतुर्थ वर्ण : स्वीकृति और उच्चता का संघर्ष
वर्ण और जातिव्यवस्था का उन्मूलन और ‘शंकराचार्य’ डॉ भीमराव अंबेडकर
सनातन समाज की नई संहिता की प्रस्तावना
सनातन समाज की नई संहिता
सनातन समाज की अवधारणा
सनातन समाज की आवश्यकता
सनातन समाज और हिन्दू समाज
सनातन समाज और हिन्दू धर्म साहित्य, देवी-देवता, व्रत और त्यौहार
सनातन समाज और हिन्दू धर्म तथा अध्यात्म
सनातन समाज और लोकोपकारी कार्य एवं दान
सनातन समाज का विकास और प्रचार
सनातन समाज और गोत्र
सनातन समाज में प्रवेश तथा सरकारी आरक्षण के लाभ
सनातन समाज और धर्मांतरण
सनातन समाज में वर्ण अवधि व सरकारी रिकॉर्ड में जातिगत स्थिति
सनातन समाज में पुरुष
सनातन समाज में नारी
सनातन समाज में विवाह
सनातन समाज में न्याय व्यवस्था
सनातन समाज में उद्योग व्यवस्था
सनातन समाज और सरकार
सनातन समाज और विधर्मी
सनातन समाज सदस्यों का आचरण, व्यवहार एवं संस्कार
सनातन समाज की ध्वजा
सनातन समाज और अन्य विषय
चलते-चलते
सजिल्द पुस्तक मूल्य 500/- (डाक व्यय फ्री) पुस्तक केलिए संपर्क 8595036445

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