इश्क का उन्हें सफ़ा, सफ़ा चाहिए

इश्क का उन्हें सफ़ा

सफ़ा चाहिए

हर बेवफा को बस

वफ़ा चाहिए

मुझे नींद आए

न आए मगर

तसव्वुर में तू

हर दफ़ा चाहिए

मिरी कश्ती, तिरा तूफाँ

दरिया तेरा

डूबने को क्या

इसके सिवा चाहिए

सिक्कों पर रक्स को,

प्यार कहते हैं

हर मोहब्बत को अब

नफ़ा चाहिए

तुझे चाह के जो-

खता की मैंने

बस तुझसे भी ऐसी

खता चाहिए

सुधेन्दु ओझा

7701960982/9868108713

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