Year: 2022
मोतिया नाऊ का भूत 1: हास्य/शिक्षाप्रद बिरहा, गायक : लालजी लहरी (Motiya’s Bhoot) : SUDHENDU OJHA 986810871
मोतिया नाऊ का भूत 1: हास्य/शिक्षाप्रद बिरहा, गायक : लालजी लहरी (Moti’s Bhoot) : SUDHENDU OJHA 9868108713
एसजेवीएन की महत्वकांक्षी लुहरी जल विद्युत परियोजना – स्टेज-1 के आगामी निर्माण हेतु नदी-डायवर्जन टनल का उद्घाटन
शिमला: 25 जून 2022: एसजेवीएन के सीएमडी नन्द लाल शर्मा ने आज अंतिम विस्फोट संपन्न करके 210 मेगावाट की लूहरी चरण-1 जल विद्युत परियोजना के नदी डायवर्जन का उद्घाटन किया।…
नन्द लाल शर्मा द्वारा पावर सीपीएसयू आईटी मीट 2022 का उद्घाटन…
शिमला: 15 जून, 2022 “आज दुनिया प्रौद्योगिकी से प्रेरित है और हमारे जीवन का हर पहलू प्रौद्योगिकी पर निर्भर है। विकसित देशों को भी हाल के दिनों में साइबर हमलों…
खामोशी
तुम्हारीझुकी हुई पलकेंक्या कहती हैंजानता हूं मैं।तुम्हारेशांत गहरी झीलजैसी आंखेंक्या कहती हैंजानता हूं मैं।तुम्हारे खामोश होंठचुपचाप क्या बोलते हैंजानता हूं मैं।इन सबको मैनेपहले भीचुपचाप बोलते हुएसुना है।ये कुछ ना कहेंतब…
बचपन : बीती बातें
बातें हुईं पुरानीपरियों की वो कहानीकभी सुनाये नानाकभी सुनाये नानी।परियों की वो ….बातें हुईं ……. क्या सुन्दर बचपन थाकितना भोलापन था।चिंता नही कोई भीवो भी क्या जीवन था।कभी खेलते धूल…
एसजेवीएन ने नेपाल में 490 मे.वॉ. अरुण-4 की एक और जलविद्युत परियोजना हासिल की
शिमला: 16 मई, 2022: नेपाल में 490 मेगावाट अरुण-4 जलविद्युत परियोजना के विकास के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा नेपाल के प्रधानमंत्री…
केंद्रीय विद्युत तथा भारी उद्योग राज्य मंत्री, श्री कृष्ण पाल गूर्जर ने एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय का दौरा किया
शिमला: 05 मई 2022 केंद्रीय विद्युत तथा भारी उद्योग राज्य मंत्री, श्री कृष्ण पाल गूर्जर ने आज शिमला में एसजेवीएन कारपोरेट मुख्यालय का दौरा किया ; इसी अनुक्रम में उन्होंने…
“पूर्वोतर सीमावर्ती क्षेत्रों का सामाजिक-आर्थिक विकास प्रमुख महत्व रखता है”-निशीथ प्रमाणिक
ईटानगर, 30 अप्रैल, 2022 पूर्वोत्तर परिषद के सहयोग से पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय,भारत सरकार और अरुणाचल प्रदेश सरकार के मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को ईटानगर में अरुणाचल विधानसभा…
गुलेल सेना
एक दौर था या यूँ कहें कि एक समय था जब पूरा भारत अंग्रेजों के आधीन था। क्या गांव क्या शहर हर जगह लोग अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचार से त्रस्त…