( ब्रजेश श्रीवास्तव )
गोंडा।
दिनाँक 17 जुलाई 2024 को प्रातः लगभग 3:00 बजे फातिमा स्कूल परिसर में एक जंगली जानवर जाता हुआ देखा गया जिसकी जानकारी होने पर विद्यालय प्रशासन ने वन विभाग को सूचित किया।
वन विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया किंतु स्पष्ट दिखाई न देने के कारण अधिकारियों सहित किसी को भी स्पष्ट नहीं हुआ कि यह कौन सा जानवर है, जंगली बिल्ली की सम्भावना जतायी गयी। साथ ही अधिकारियों द्वारा पूरे विद्यालय परिसर का गहन निरीक्षण करने के बाद स्पष्ट किया गया कि परिसर में कहीं भी उक्त जानवर के होने की सम्भावना नहीं है, परंतु सुरक्षा की दृष्टि से विद्यालय प्रशासन की माँग पर वन विभाग के अधिकारियों ने भी सतर्कता बरतते हुए एक पिंजरा लगाकर निगरानी शुरू कर दी एवं विद्यालय प्रशासन ने भी हर उस संभावित स्थल पर भी सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया जहाँ से उसका आवागमन हो सकता है, जिससे लगातार निगरानी होती रहे।
किंतु कुछ दिनों तक उस जानवर का आवागमन विद्यालय परिसर में नहीं दिखाई देता है, लेकिन शुक्रवार दिनाँक 26 जुलाई 2024 को विद्यालय कर्मचारी द्वारा सीसीटीवी कैमरे के निरीक्षण के दौरान लगभग 9 बजे के आसपास एक कैमरे में प्रातः 4:00 बजे विद्यालय परिसर के रास्ते से होते हुए परिसर के पीछे की ओर जाते हुए उक्त जंगली जानवर सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ तब जाकर यह स्पष्ट हुआ कि उक्त जानवर तेंदुआ ही है।
अतः विद्यालय प्रशासन द्वारा बिना बिलम्ब के तत्काल लिखित सूचना जिलाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जिससे प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद हुआ और वन विभाग द्वारा सुबह से ही निगरानी की जाने लगी और यह भी निर्णय लिया गया कि किसी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए प्रशासन द्वारा परिसर में सुरक्षित वातावरण बनाये जाने के बाद ही बच्चों को स्कूल से जाने दिया जाये, साथ ही अपने विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शनिवार को विद्यालय में अवकाश भी घोषित कर दिया।
वन विभाग द्वारा शुक्रवार शाम के समय एक और पिंजरा भी लगवाया गया और यह संभावना जताई गई की विद्यालय परिसर के बाहर एक खाली पड़े हुए खंडहर नुमा पुराने घर में तेंदुआ हो सकता है। इसलिए वन विभाग द्वारा चारों ओर से आवास विकास से लेकर विद्यालय परिसर की तरफ से एक घेरा बना दिया गया है। जिला प्रशासन व वन विभाग की कई टीमें लगातार मुस्तैदी से नजर बनाए हुए हैं, जिससे जल्द ही तेंदुए को पकड़ा जा सके।
फातिमा विद्यालय प्रशासन वन विभाग व जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने तत्काल सुरक्षित वातावरण बना दिया जिससे विद्यालय के साथ ही आसपास किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
( ब्रजेश श्रीवास्तव )