आज के 10 ताज़ा संक्षिप्त समाचार

आज के ताज़ा संक्षिप्त समाचार :

दिल्ली बवाल के बाद फैसला : किसानों का एक फरवरी का संसद कूच स्थगित, 30 जनवरी को रखेंगे उपवास : गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने के दौरान दिल्ली में बवाल और लालकिला पर धार्मिक झंडा फहराने की घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने एक फरवरी का संसद कूच स्थगित कर दिया है। अब किसान 30 जनवरी को उपवास रखेंगे और आंदोलन को इस तरह ही जारी रखेंगे। उधर, किसान नेताओं ने गणतंत्र दिवस की घटना पर खेद जताया है और उसके लिए कई नेताओं ने माफी भी मांगी। इसके लिए पंजाब की किसान मजदूर संघर्ष समिति व दीप सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया तो सरकार व दिल्ली पुलिस पर भी आरोप लगाए गए। 

किसान नेता डॉ. दर्शनपाल, योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवल, गुरनाम चढूनी, हन्नान मोला, शिवकुमार कक्का, जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि उन सभी ने बैठक करके गणतंत्र दिवस की घटना पर चर्चा की। इस मामले में कई तरह के सुबूत किसानों के पास हैं जो सरकार और पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करते हैं। इसके चलते किसानों ने तय किया है कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर वह उपवास रखकर घटना का प्रायश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही बैठक कर अगले आंदोलन की रणनीति की घोषणा की जाएगी।

दीप सिद्धू के सामाजिक बहिष्कार की अपील 

किसानों ने दीप सिद्धू के सामाजिक बहिष्कार की अपील की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई जनता के सामने है और देश देख रहा है कि कौन क्या कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपियों को लाल किला तक का रास्ता दिया। किसानों ने कहा कि दिल्ली पुलिस को समय और ट्रैक्टरों की संख्या को लेकर कोई लिखित प्रस्ताव नहीं दिया गया था। किसान संगठनों ने एकजुटता का एलान करते हुए कहा कि वह अपने निर्णय पर अडिग हैं और इस तरह के षडयंत्र से आंदोलन किसी भी हाल में समाप्त नहीं होगा। इसके साथ ही किसानों के 32 संगठनों ने बैठक कर यह तय किया है कि जल्द ही अगली रणनीति घोषित होगी। वहीं मुकदमे पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वह इस तरह के मुकदमे से नहीं डरते। वह हर मुकाबले के लिए तैयार हैं लेकिन सरकार व पुलिस ने किसानों के साथ धोखा किया।

  • भारतीय रेलवे ने शुरू की नई सुविधा, अब घर से सीधे ट्रेन की बर्थ पर पहुंचेगा सामान : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के मार्ग पर भारतीय रेलवे मजबूती के साथ कदम बढ़ा रहा है। रेलवे ने यात्रियों के लिए एक नई सुविधा शुरू की है, जिसके माध्यम से लोगों को रेलवे स्टेशन तक अपना सामान ढोने से निजात मिल जाएगी। 

बता दें कि रेलवे अपने यात्रियों के लिए ऐसी सेवा लेकर आया है जिसके तहत आपका सामान घर से सीधे ट्रेन की बर्थ तक पहुंचाया जाएगा। भारतीय रेलवे की इस सेवा को एंड टू एंड लगेज सर्विस (End to End Luggage Service) दिया गया है। 

अहमदाबाद में इसकी शुरुआत हो चुकी है। पश्चिमी रेलवे के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया। इसमें लिखा गया, ‘पश्चिमी रेलवे ने अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर बुकबैगेजडॉटकॉम द्वारा एंड टू एंड लगेज/पार्सल सेवा की शुरुआत की।’

  • राम मंदिर निर्माण के लिए फक्कड़ बाबा ने दिए एक करोड़ रुपये, ट्रस्ट को खुशी-खुशी सौंप दी जिंदगी भर की कमाई :

श्री राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पण राशि का दायरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। ऋषिकेश में स्वार्गाश्रम स्थित टाट वाले बाबा के शिष्य 83 साल के फक्कड़ बाबा स्वामी शंकर दास ने अपने जीवन भर की अर्जित कमाई एक करोड़ रुपये की धनराशि को चेक समर्पण निधि के रूप में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए सौंपा। 

बुधवार दोपहर फक्कड़ बाबा स्वामी शंकर दास एक करोड़ की समर्पण निधि का चेक लेकर ऋषिकेश की एसबीआई की मुख्य शाखा के प्रबंधक विक्रम सिंह नेगी के पास पहुंचे। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक सुदामा सिंगल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर स्वामी शंकर दास ने बताया कि वह यह निधि  50 वर्षों से इसी पुण्य कार्य के लिए जमा कर रहे थे। 

  • गोरखपुरः राम मंदिर निर्माण के लिए उद्योगपतियों ने खोला खजाना, नौ करोड़ जुटाए :

गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शहर के उद्योगपतियों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को खजाना खोल दिया है। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही करीब नौ करोड़ रुपये की सहयोग जुटाई है। एक करोड़ रुपये की सहायता राशि गोरखनाथ मंदिर की तरफ से दी गई है। गोरक्षपीठाधीश्वर ने ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से बना चेक  ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौंपा है।  

श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा है। इसी सिलसिले में गोरखनाथ मंदिर परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय और आरएसएस के प्रांत प्रचारक ने भी हिस्सा लिया। शहर के प्रमुख उद्योगपतियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को राष्ट्रीय गौरव बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है। राम मंदिर निर्माण के साथ ही भारतीय संस्कृति की पुर्नस्थापना हो रही है। 

इसमें समाज के हर व्यक्ति को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। भविष्य में अयोध्या पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र बनेगा। भाजपा सरकार अयोध्या का चहुंमुखी विकास कर रही है। इसी का नतीजा रहा कि शहर के प्रमुख उद्योगपतियों ने खजाना खोल दिया और मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही राम मंदिर निर्माण के लिए स्वेच्छा से दान किया। कार्यक्रम का संचालन एमपी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप राव ने किया। इस मौके पर मेयर सीताराम जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र सिंह और विधायक विपिन सिंह मौजूद रहे। 

शुद्ध प्लस समूह ने दिए एक करोड़ 52 लाख   

शुद्ध प्लस समूह व नाइन सेनेटरी के निदेशक अमर तुलस्यान ने एक करोड़ 52 लाख रुपये की सहयोग राशि दी है। आरएसएस गोरक्ष प्रांत के प्रचार विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अमर तुलस्यान ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से बना चेक ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौंपा है।

आईजीएल ने एक करोड़ 11 लाख दिए 

आईजीएल की ओर से राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ 11 लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये की सहायता राशि दी गई है। आईजीएल के बिजनेस हेड एसके शुक्ल ने गोरखनाथ मंदिर जाकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को चेक सौंपा है। बिजनेस हेड के मुताबिक कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों ने भी सहयोग राशि जुटाई है। इसका चेक मुख्यमंत्री को दिया गया है।

गैलेंट समूह ने एक करोड़ एक लाख का ग्यारह हजार का चेक दिया 

 गैलेंट इस्पात प्राइवेट लिमिटेड की ओर एक करोड़ एक लाख ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये की सहयोग राशि दी गई। गैलेंट समूह के प्रबंध निदेशक चंद्रप्रकाश अग्रवाल व मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक अग्रवाल ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से बना चेक ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौंपा है। प्रबंध निदेशक ने कहा कि राम मंदिर से करोड़ों भारतीयों की आस्था जुड़ी है। यह बहुत छोटा सहयोग है। प्रबंध निदेशक ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओें के लिए निशुल्क प्रसाद की व्यवस्था का सुझाव दिया। उनका कहना है कि चंपत राय ने भी इसपर सहमति व्यक्त की है।     

अंकुर उद्योग ने एक करोड़ एक लाख की मदद दी

अंकुर उद्योग के निदेशक अशोक जालान ने एक करोड़ एक लाख रुपये की सहायता राशि दी है। इसमें से एक लाख रुपये का चेक अशोक के नौ वर्षीय पोते वेदांत ने दान किया है। वेदांत ने ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से बना चेक ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौंपा है। 

ओम प्रकाश ने 32 लाख तो शंभू शाह ने 31 लाख दिए

जालान कान कास्ट के प्रबंध निदेशक ओम प्रकाश जालान ने राम मंदिर निर्माण के लिए 32 लाख रुपये की सहायता राशि दी है। कंपनी के निदेशक तनुज जालान के साथ आए प्रबंध निदेशक ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से बना चेक सौंपा है। समाजसेवी व सूरत साड़ी के शंभू शाह ने 31 लाख रुपये का चेक दिया है। आरपीएम एकेडमी समूह के प्रबंध निदेशक अजय शाही व निदेशक आराधना शाही की ओर से दूसरी बार एक लाख एक हजार रुपये की सहयोग राशि दी गई है। इससे पहले भी एक लाख ग्यारह हजार एक सौ एक रुपये की सहयोग राशि दी गई थी। मेयर सीताराम जायसवाल ने भी दूसरी बार सहयोग राशि दी है। पहले एक लाख ग्यारह हजार का चेक दिया था। इस बार एक लाख 25 हजार रुपये की मदद की है।  

मार्ग दर्शक मंडल में हैं गोरक्षपीठाधीश्वर 

श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान के लिए आरएसएस गोरक्ष प्रांत से मार्गदर्शक मंडल की जो सूची बनाई गई है, उसमें गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी नाम है। गोरखनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी कमलनाथ भी इस मंडल के सदस्य हैं।

  • किसान आंदोलन में पड़ने लगी दरार, हरियाणा की खाप पंचायतें बोलीं- तिरंगे की जगह धार्मिक झंडा मंजूर नहीं :

गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान जिस तरह बवाल हुआ और लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया गया, उससे आंदोलन में दरार पड़नी शुरू हो गई है। हरियाणा के खाप प्रतिनिधि और किसान नेताओं ने इस पर नाराजगी जता साफ कहा है कि तिरंगे की जगह धार्मिक झंडा किसी भी हालत में मंजूर नहीं है। वहीं इस घटनाक्रम से नाराज हरियाणा के काफी किसान जहां घर लौट गए हैं, वहीं खाप पंचायतें भी आंदोलन से सर्मथन वापसी का मन बना रही हैं।

हरियाणा के खाप प्रतिनिधियों ने जल्द ही सर्वखाप पंचायत कर किसान संगठनों को समर्थन पर फैसला लेने की बात कही है। खाप प्रतिनिधियों ने साफ कहा कि किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे कि लाल किले पर तिरंगे की जगह कोई धार्मिक झंडा फहराया जाए। देश की एकता और अखंडता को तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है। वहीं हरियाणा के किसानों ने साफ कहा कि उन्हें पहले पता होता कि आंदोलन की आड़ में ऐसा बवाल हो सकता है तो वह आंदोलन में शामिल ही नहीं होते। 

खापों ने आंदोलन को केवल इसलिए समर्थन दिया था कि वह भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से चलाया जाएगा। लेकिन जिस तरह से आंदोलन की आड़ में बवाल हुआ है और लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराया गया। यह किसी भी हालत में मंजूर नहीं होगा और इस तरह आंदोलन में होता है तो समर्थन की बात ही नहीं बनती है।

  • प्रयागराज : पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर आज लगेगी माघ मेले की दूसरी डुबकी :

माघ मेले के दूसरे महत्वपूर्ण स्नान पर्व पौषपूर्णिमा पर आज श्रद्धालु संगम सहित गंगा और यमुना के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाएंगे। इसी के साथ संगम की रेती पर माह भर के कल्पवास की शुरुआत भी होगी।

मान्यता के अनुसार पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से ही माघ स्नान तथा कल्पवास आरंभ होगा जिसकी पूर्णता माघ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि यानी 27 फरवरी को होगी। इस दौरान श्रद्धालु संगम की रेती पर माह भर तक साधनारत होकर कल्पवास करेंगे। हालांकि संक्रांति से संक्राति की मान्यता के साथ मैथिल ब्राह्मणों का कल्पवास मकर संक्रांति से ही आरंभ हो चुका है।

उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार स्नान-दान की पौष पूर्णिमा 28 जनवरी को है। पूर्णिमा तिथि का संचरण 27 जनवरी की रात में 12.32 बजे से आरंभ होकर 28 जनवरी की रात में 12.32 बजे तक रहेगा।

ऐसे में सूर्योदय से पहले ही पौष पूर्णिमा स्नानपर्व पर डुबकी आरंभ हो जाएगी जिसका क्रम शाम तक जारी रहेगा। बृहस्पतिवार की रात 12.32 बजे से माघ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि आरंभ होगी। वहीं पौष पूर्णिमा पर डुबकी और फिर कल्पवास के लिए स्नानार्थियों के संगम क्षेत्र पहुंचने का क्रम देर रात तक जारी रहा।

  • सरदार सेना के अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज, पीएम और सीएम पर की थी अपमानजनक टिप्पणी :

नए कृषि कानूनों के विरोध में हाल ही में जुलूस निकालने वाले सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएस पटेल की मुसीबत बढ़ गई है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने पर डॉ. पटेल के खिलाफ वाराणसी के शिवपुर थाने में थाना प्रभारी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। डॉ. आरएस पटेल की तलाश में पुलिस की दो टीम लगाई गई हैं।

शिवपुर थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय के अनुसार, 26 जनवरी की रात वह गश्त के लिए क्षेत्र में निकले थे। इसी दौरान उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो देखा, इसमें सिंधौरा थाना के खानपुर के मूल निवासी और उसरपुरवा में रहने वाले डॉ. आरएस पटेल प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के जन्म स्थान और मूलवंश को लेकर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे।

इस अपमानजनक टिप्पणी के संबंध में जिले के संभ्रांत लोगों ने भी उनके मोबाइल नंबर पर कॉल कर आपत्ति जताते हुए डॉ. आरएस पटेल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसलिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के संबंध में अपमानजनक टिप्पणी करने के अलावा शांति और कानून व्यवस्था को प्रभावित करने और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास करने के आरोप में डॉ. आरएस पटेल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

  • सरपंच ने लाल किले पर झंडा फहराने का किया दावा तो घर पहुंची पुलिस, एसएचओ बोले- अभी दिल्ली में ही है :

दिल्ली में लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने का दावा करने वाले युवक बघेल सिंह का वीडियो वायरल हो गया है। वह गढ़शंकर के गांव लल्लियां का सरपंच है। वीडियो वायरल होने के बाद गढ़शंकर पुलिस इस मामले की जांच-पड़ताल करने उसके घर पहुंची। एसएचओ इकबाल सिंह ने बताया कि बघेल सिंह घर पर नहीं मिला है। बताया गया है कि वह अभी दिल्ली में ही है। उसके मोबाइल पर भी संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उसका फोन बंद आ रहा है।बरगाड़ी कांड के बाद छोड़ा था अकाली दल 

बघेल सिंह पहलवानी करता है। वह हर साल अपने गांव में छिंज मेला भी आयोजित कराता है। पहले शिरोमणि अकाली दल का उपाध्यक्ष भी रह चुका है लेकिन बरगाड़ी कांड के बाद उसने पार्टी छोड़ दी थी। वह लगातार किसान आंदोलन से जुड़ा रहा और कई बार दिल्ली मोर्चे में भाग ले चुका है। अब वह ट्रैक्टर परेड में भाग लेने फिर दिल्ली गया था। 

  • शिमला: गहरी खाई में लुढ़की कार, दो की मौत, तीन घायल :

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सटे मशोबरा क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान हेमंत (38) पुत्र परस राम, गांव धरेच, जोगिंद्र (46) पुत्र लायक राम, गांव अलवाह निवासी बडोग के तौर पर हुई है। हादसे में धर्म प्रकाश, अरुणा शर्मा और मीनाक्षी घायल हुई हैं। इनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। सभी लोग ठियोग क्षेत्र में एक रिश्तेदार के घर मातम में जा रहे थे लेकिन मशोबरा के डाक बंगला के पास उनका वाहन दुर्घटना का शिकार हो गया।  पुलिस को सूचना मिली कि मशोबरा-भेखलटी-ठियोग सड़क पर डाक बंगला के पास कार अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे गिरी है।

इसके बाद मशोबरा चौकी से टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई। इस बीच घायलों को रेस्क्यू कर सुरक्षित सड़क तक पहुंचाने के बाद अस्पताल लाया गया। लेकिन दो ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। हादसे में कार परखचे उड़ गए थे। पुलिस के मुताबिक दुर्घटना का पता चलते की लोग मौके पर पहुंचे और दोनों को बाहर निकला। वाहन सड़क से 300 मीटर नीचे गहरी खाई में लुढ़का था। हादसे से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। एसपी मोहित चावला ने बताया कि सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। हादसों के कारणों की जांच जारी है। उन्होंने वाहन चालकों को यातायात नियमों को पालन करते हुए वाहनों को नियंत्रित गति में चलाने की हिदायत दी है।

दिल्ली पुलिस ने किसान नेता दर्शन पाल को नोटिस भेज तीन दिनों में मांगा जवाब :

किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई जारी है। पुलिस एक के बाद एक कई एफआईआर दर्ज कर चुकी है, तो वहीं कई लोगों को हिरासत में भी लिया जा चुका है। किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी करना भी शुरू कर दिया है। इस सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने बुधवार देर रात किसान नेता दर्शन पाल को नोटिस जारी करके पूछा है कि आखिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। पुलिस ने कहा है कि उन्होंने और अन्य किसान नेताओं ने ट्रैक्टर परेड के दौरान बेहद गैर-जिम्मेदाराना तरीके से काम किया। 

दर्शन पाल को जारी नोटिस में दिल्ली पुलिस ने कहा है कि लाल किले पर हुई हिंसा अत्यधिक निंदनीय और राष्ट्र विरोधी थी। पुलिस ने दर्शन पाल को तीन दिनों के जरिए ई-मेल या फिर फैक्स के जरिए से जवाब देने के लिए कहा है। दिल्ली के डिप्टी पुलिस कमिश्नर चिन्मय बिस्वाल की साइन वाली इस चिट्ठी में दर्शन पाल को उन मुद्दों के बारे में बताया गया है, जिसपर किसान नेताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बनी थी। इसमें परेड के समय, शांतिपूर्ण, किसान नेताओं द्वारा परेड का नेतृत्व करने समेत कई मुद्दे शामिल हैं। 

दिल्ली पुलिस ने कहा है कि 26 जनवरी को 12 बजे के निर्धारित समय से पहले सिंघु बॉर्डर पर सुबह साढ़े सात बजे, टीकरी बॉर्डर पर पौने नौ बजे और गाजीपुर बॉर्डर पर साढ़े आठ बजे रैली निकाल दी गई। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने का इंतजार करने के बजाए आपने काफी पहले ही परेड शुरू कर दी। प्रदर्शन कर रहे किसान दिल्ली के आईटीओ, लालकिले, पंजाबीबाग समेत कई इलाकों में आ गए और हिंसक हो गए। जैसी की सहमति बनी थी, उसके विपरीत आपने परेड का नेतृत्व नहीं किया। वहीं, इस चिट्ठी में किसानों के पास हथियार, ट्रैक्टर के साथ ट्रॉली आदि होने की भी बात कही गई है।

‘हिंसा में शामिल थे किसान नेता, किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा’
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान किसान नेताओं ने भड़काऊ भाषण दिए और हिंसा में भी शामिल रहे । इसके साथ ही पुलिस ने जोर दिया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि इन घटनाओं में दिल्ली पुलिस के 394 कर्मी घायल हुए। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसान यूनियनों ने ट्रैक्टर परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया। परेड दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे के बीच होनी थी और उसमें 5,000 टैक्टरों को शामिल होना था। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अत्यंत संयम दिखायी और कोई जनहानि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसान नेताओं से पूछताछ की जाएगी।

(न्यूज़लेंस डॉट इन समाचार ब्यूरो द्वारा संकलित) 

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