Author: sudhendu ojha
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सब कुछ लुटा के : कहानी जनसत्ता
https://www.jansatta.com/sunday-magazine/jansatta-story-sab-kuch-lutake/650347/
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यूं ही….हिन्दी साहित्य अकादमी, नई दिल्ली का पुस्तक मेला 12.11.2022
आमूमन तौर पर मैं बहुत काहिल व्यक्तियों में से एक हूँ। काहिल को कुछ डिग्री से बढ़ा कर आप वह भी कह सकते हैं जिससे काहिल की तुक मिलती है। दर असल, मुझ से आयोजनों से कुछ-कुछ परहेज सा होता है। यही कारण है कि शादी-बियाह के आयोजनों की मुंह चियारे फोटो नहीं डाल पाता।…
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रवीन्द्र कान्त त्यागी जी के दो उपन्यासों का लोकार्पण, राजनगर गाजियाबाद में
19 October 2021 · Shared with Public रविवार दिनांक 17 अक्तूबर 2021 को श्री रवीन्द्र कान्त त्यागी जी ने अपने दो उपन्यासों (1) पिघलती मिट्टी व (2) वंश बेल में दंश का लोकार्पण कार्यक्रम राजनगर, गाजियाबाद में आयोजित किया। इससे पूर्व आजकल के प्रचलन के अनुरूप इन पुस्तकों का लाइव, वर्चुअल लोकार्पण भी हो चुका था।…
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हैरान है, परेशान है
हैरान है, परेशान है आम आदमी आखिर तो, इंसान है आम आदमी रोटियाँ डाल कर ईमान को खरीद लें दुम हिलाता, श्वान है आम आदमी कहीं से जोड़िए इसे कहीं से तोड़िए किराये का, मकान है आम आदमी दिल-वफा, मोहब्बत, और शफ़्फ़ाक बदन तवायफ की, दूकान है आम आदमी जाने क्यों चेहरे पे मुस्कान है…
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चरवाहों से प्रश्न
रुपये की घटती कीमत बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दाम कोरोना और डेंगू, मोरबी की मौतों पर कोहराम यूक्रेन में रूस का घात एशिया कप में भारत को मिली मात बिदेन और जेलेंसकी की बातें युद्धक साइरन की भयावह रातें हिंदुस्तान में हिजाब के लिए लड़ाई ईरान में इसके विरोध में कूटम-कुटाई पाकिस्तान में प्रजातन्त्र नहीं है…
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क्या भारत की महामहिम राष्ट्राध्यक्षा श्रीमति द्रौपदी मुर्मू जी संपर्क भाषा भारती की मित्र बनने को इच्छुक हैं?
क्या भारत की महामहिम राष्ट्राध्यक्षा श्रीमति द्रौपदी मुर्मू जी संपर्क भाषा भारती की मित्र बनने को इच्छुक हैं? अथवा यह फ्रॉड है…? मुझे इसमें फ्रॉड की संभावना 99.99.99 प्रतिशत है अतः इसे अभी तक स्वीकार नहीं किया है। जहां अदना से लोग प्रोफाइल लॉक किए हुए हैं, यह प्रोफाइल अन-लॉक है। किसी को शक क्यों…
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नैनी में दिल्ली की अपेक्षा अधिक शीत का एहसास हुआ है
11 November 2018 Shared with Public शायद, गंगा जी का किनारा है और वनस्पतियां अधिक हैं। डेरी बाज़ार से शाक-भाजी और एक बंगाली वेंडर से उनके बहुत अनुरोध के बाद दशहरी कलमी के 8 पौध @50/- प्रति पौध खरीदे। सर्दियों में आम की पौध बहुत कम लगती है। पर, ले ही लिए गए हैं तो…
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इश्क का उन्हें सफ़ा, सफ़ा चाहिए
इश्क का उन्हें सफ़ा सफ़ा चाहिए हर बेवफा को बस वफ़ा चाहिए मुझे नींद आए न आए मगर तसव्वुर में तू हर दफ़ा चाहिए मिरी कश्ती, तिरा तूफाँ दरिया तेरा डूबने को क्या इसके सिवा चाहिए सिक्कों पर रक्स को, प्यार कहते हैं हर मोहब्बत को अब नफ़ा चाहिए तुझे चाह के जो- खता की…
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