Author: sudhendu ojha
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यूं ही……”तनिक सनद रहे” उर्फ संपादकीय व्यंग्य का आविष्कार
संपादकीय व्यंग्य की पुस्तक “तनिक सनद रहे” के दूसरे प्रूफ को पढ़ते हुए विस्मय में पड़ गया कि यह ‘संपादकीय व्यंग्य’ क्या होता है? व्यंग्य तो व्यंग्य होता है। फिर यह संपादकीय व्यंग्य क्या है? आइये आज इसी पर चर्चा कर लेता हूँ। राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में लेखन तो वर्ष 1979-80 से ही चल रहा था।…
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त्रिसुगंधि साहित्य, कला एवं संस्कृति संस्थान पाली राजस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्री रतनलाल शर्मा अजमेर,श्री शिवचंदओझा ओसियां की स्मृति सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन
त्रिसुगंधि साहित्य, कला एवं संस्कृति संस्थान पाली राजस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्री रतनलाल शर्मा अजमेर,श्री शिवचंदओझा ओसियां की स्मृति सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन विज्ञान समिति उदयपुर में किया गया जिसमें उदयपुर और चित्तौड़ के जाने-माने कवियों ने शिरकत की। कार्यक्रम में देश के जाने-माने वीर भूमि चित्तौड़ के कवि वरिष्ठ गीतकार…