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Category: कथा
ना जाने कौन सी खिड़की खुली थी : दुख की अनुभूति
अमूमन सुबह थोडी जल्दी नींद खुल जाती है पर उस दिन छुट्टी थी इसलिये सुबह थोडी देर से सोकर उठे। बालकनी मे आये तो देखा आसमान मे काले बादल छाये…
गुलेल सेना
एक दौर था या यूँ कहें कि एक समय था जब पूरा भारत अंग्रेजों के आधीन था। क्या गांव क्या शहर हर जगह लोग अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचार से त्रस्त…
सौ रुपये का नोट : एक लघु संस्मरण
कोई खोई हुई या रास्ते मे गिर गयी अपनी किसी चीज को खोजा जाय और वो वापस मिल जाय तो एक सुखद अनुभूति होती है। ये बात कुछ विशेष मायने…