10 जनवरी विश्व हिन्दी दिवस: सुदूर देश ऑस्ट्रेलिया में अमर कवि अयोध्यासिंह उपाध्याय”हरिऔध” की लेखन-शैली के अतुल्य योगदान पर उनकी तीसरी व चौथी पीढ़ी द्वारा “स्मृति-आयोजन”

10 जनवरी विश्व हिन्दी दिवससुदूर देश ऑस्ट्रेलिया में अमर कवि अयोध्यासिंह उपाध्याय”हरिऔध” की लेखन-शैली के अतुल्य योगदान पर – चन्द्रकान्त पाराशर,शिमला हिल्स 8 जनवरी 2023 नई दिल्ली : सुदूर देश ऑस्ट्रेलिया…

सामाजिक कार्यों में तत्पर फातिमा स्कूल गोंडा

आज शनिवार, दिनांक 7 जनवरी 2023 को फातिमा सीनियर सेकेंडरी स्कूल गोंडा की तरफ से फातिमा स्कूल बलरामपुर के प्रांगण में आसपास के गांव के गरीब, जरूरतमंद और बाढ़ पीड़ित…

राजेंद्रनाथ लाहिडी बलिदान दिवस मनाया गया।

*अमर शहीद राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी के 96वां बलिदान दिवस के अवसर पर जिला कारागार स्थित शहीद स्मारक स्थल पर हवन पूजन करते हुए जिला न्यायाधीश, जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा-*…

“दृष्टि इनिशिएटिव” का उद्देश्य हमारी जनशक्ति को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है:- नन्‍द लाल शर्मा

शिमला: 27 नवंबर, 2022 : एसजेवीएन ने शिमला, हिमाचल प्रदेश में अपने कार्यपालकों के लिए द्वितीय “दृष्टि कॉन्क्लेव “2022 का आयोजन किया। मुख्य अतिथि, अजय मित्तल, आईएएस (सेवानिवृत्त) ने नन्‍द…

पाकिस्तानी सेना प्रमुख क़मर जावेद बाजवा का अरबपति होना

https://factfocus.com/politics/2966/

यूं ही….हिन्दी साहित्य अकादमी, नई दिल्ली का पुस्तक मेला 12.11.2022

आमूमन तौर पर मैं बहुत काहिल व्यक्तियों में से एक हूँ। काहिल को कुछ डिग्री से बढ़ा कर आप वह भी कह सकते हैं जिससे काहिल की तुक मिलती है।…

रवीन्द्र कान्त त्यागी जी के दो उपन्यासों का लोकार्पण, राजनगर गाजियाबाद में

19 October 2021  ·  Shared with Public रविवार दिनांक 17 अक्तूबर 2021 को श्री रवीन्द्र कान्त त्यागी जी ने अपने दो उपन्यासों (1) पिघलती मिट्टी व (2) वंश बेल में दंश…

क्या भारत की महामहिम राष्ट्राध्यक्षा श्रीमति द्रौपदी मुर्मू जी संपर्क भाषा भारती की मित्र बनने को इच्छुक हैं?

क्या भारत की महामहिम राष्ट्राध्यक्षा श्रीमति द्रौपदी मुर्मू जी संपर्क भाषा भारती की मित्र बनने को इच्छुक हैं? अथवा यह फ्रॉड है…? मुझे इसमें फ्रॉड की संभावना 99.99.99 प्रतिशत है…

नैनी में दिल्ली की अपेक्षा अधिक शीत का एहसास हुआ है

11 November 2018 Shared with Public शायद, गंगा जी का किनारा है और वनस्पतियां अधिक हैं। डेरी बाज़ार से शाक-भाजी और एक बंगाली वेंडर से उनके बहुत अनुरोध के बाद…

यूं ही……”तनिक सनद रहे” उर्फ संपादकीय व्यंग्य का आविष्कार

संपादकीय व्यंग्य की पुस्तक “तनिक सनद रहे” के दूसरे प्रूफ को पढ़ते हुए विस्मय में पड़ गया कि यह ‘संपादकीय व्यंग्य’ क्या होता है? व्यंग्य तो व्यंग्य होता है। फिर…

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