Tag: निरंतरता की ओर अग्रसर होने को प्रेरित करती एक कविता
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बस यूँ ही बढ़ते चलो
बस यूँ ही बढ़ते चलो****************यह ज़िंदगी की जंग हैतुम भाग भी सकते नहीलड़ना पड़ेगा अनवरतमन कर्म में,संघर्षरत। प्रतिपल ही होंगी परीक्षाएँधीरज अडिग है या नहीटिक सको तो जीत लोगेशिखर पर चढ़ते रहोगे। राह में अपने मिलेंगेदूर इनसे सदा रहनाइनका एक उद्देश्य होगातेरे लक्ष्य का संहार करना। संवेदना के लहू बहेंगेभावनाएँ बलि चढ़ेंगीधैर्य से उत्थान के…