दिल्ली में एक घोड़ी इन दिनों बहुत परेशान है। गांधी की समाधि राजघाट के पास मैंने उसे एक कोने में मायूस देखा। मुझसे उसका उदास चेहरा नहीं देखा गया और…
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दूध में धुले
धन्य हैं हमारे देश की वे सभी राजनीतिक पार्टियां जो चुनाव के दौरान उनलोगों को अपना प्रत्याशी चुनती हैं जिनकी कोई आपराधिक पृष्ठभूमि होती है। इसे कहते हैं लोकतंत्र में…
भुखमरी में अव्वल
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक भूख सूचकांक यानी कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स जारी हुआ है जिसमें भारत की स्थिति पिछले वर्ष की तुलना में और भी अधिक बिगड़ी…
यह महंगाई तो एक बहाना है
महंगाई पर अच्छी ख़बर आ रही है। हालिया आंकड़े बता रहे हैं कि खाने-पीने की वस्तुओं और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में नरमी आ गई है। आम लोगों को यह…
तो क्यों धन संचय?
हाल ही में एक ट्वीट ने काफी सुर्खियां बटोरी ,“पूत कपूत तो क्यों धन संचयपूत सपूत तो क्यों धन संचय” जिसमें अमिताभ बच्चन साहब ने सन्तान के लिये धन एकत्र…
मन का रावण
हा, तुम्हारी मृदुल इच्छाहाय मेरी कटु अनिच्छाथा बहुत माँगा ना तुमने,किंतु वह भी दे ना पाया।था मैंने तुम्हे रुलाया,, ये एक तसल्ली भरा सन्देश है उन लोगों की तरफ से…
दशानन की महिमा
रावण जलता है और पूरे देश में हर साल जगह-जगह जलता है। पिछले एक-दो साल कोरोना के कारण गिनती में बहुत कम रावण जल पाए क्योंकि हम सब रावण से…
चाटुकारिता परमो धर्म
चमचागिरी या चाटुकारिता का इतिहास उतना ही पुराना है जितना मानव-सभ्यता का। यहां तक कि चमचों का उल्लेख अन्य नामों से वेद और पुराणों में भी मिलता है। पूर्वकालिक चमचों…